Friday, September 24, 2010

आओ , थोड़ा हँस तो लें.... 9


ग्राहक- चूहे मारने की दवाई है?
दुकानदार- जी हां, ये लीजिये।
ग्राहक- चूहे मारने का पाप मुझे लगेगा या तुम्हें?
दुकानदार- किसी को भी नहीं।
ग्राहक- वो कैसे?
दुकानदार- चूहे मरेंगे तब न।

बेटा- पिताजी, रात को मुझे सपना आया कि मेरे पांव में कांटा चुभ गया।
पिता- तो बेवकूफ...तुम जूते पहन कर क्यों नहीं सोते। इससे बचाव रहेगा।

रोमी सुमन से-पहले मुझे ठीक से सुनाई नहीं देता था। कुछ दिन पहले मैंने कानों का ऑपरेशन करवा लिया। अब साफ सुनाई देता है।
सुमन-ऑपरेशन पर कितना खर्चा आया?
रोमी-अपनी घड़ी की ओर देखते हुए, चार बजे हैं।

डॉक्टर-तुम पहले अच्छी खबर सुनना चाहते हो या बुरी?
मरीज-अच्छी वाली ही बता दो डॉक्टर साहब।
डॉक्टर-तुम्हारे दाँत बिल्कुल ठीक हैं।
मरीज-तो बुरी खबर क्या है?
डॉक्टर-तुम्हारे मसूढ़े इतने खराब हैं कि सारे दाँत निकालने पड़ेंगे।

नौकर ने घबराये हुए लहजे में मालकिन से कहा- मालकिन गजब हो गया। अभी-अभी एक आदमी ने मालिक को एक कागज और एक पैकेट दिया। उसे देखते ही मालिक बेहोश हो गये। और अभी तक होश में नहीं आए।
मालकिन खुश हो कर- अच्छा मालूम होता है जौहरी वह हार बना कर दे गया है जिसका ऑर्डर मैंने पिछले हफ्ते दिया था।

हाथी और चींटी के बच्चे में दोस्ती हो गई। दोनों खेल रहे थे कि हाथी का बच्चा परेशान हो गया। चींटी के बच्चे ने पूछा, क्या बात है, तुम बड़े परेशान दिखाई दे रहे हो...?
हाथी का बच्चा बोला-मेरी मम्मी आ गई है। अब क्या करूं?
चींटी का बच्चा बोला- तो इसमें परेशान होने की क्या बात है....तुम मेरे पीछे छुप जाओ।

मालिक नौकर से-तुम अच्छी तरह काम नहीं करते हो। मजबूरन अब मुझे दूसरा नौकर रखना पड़ेगा।
नौकर- अवश्य रखिये हुजूर....अपने यहां काम ही दो नौकरों का है.....।

टीचर- तुम इतनी देर से क्यों आए हो? सभी बच्चे स्कूल टाइम पर आ गये।
संता- सर, कुत्ते तो हमेशा झुण्ड में ही आते हैं, लेकिन शेर हमेशा अकेले आता है।

कंजूस पिता- बेटा मेरी इच्छा है कि तुम बड़े होकर वकील बनो।
संता- क्यों पापा।
पता- ताकि मेरा काला कोट तुम्हारे काम आ जाये।

बचपन में मैं एक बार ट्रक के नीचे आ गया था। रमेश ने कहा।
और मरे नहीं, यही कहना चाहते हो न? महेश बोला।
ठीक से याद नहीं, बहुत पुरानी बात है। रमेश ने उत्तर दिया।

मरीज-डॉक्टर सा'ब, मुझे एक बीमारी है कि बात करते समय मुझे सामने वाला आदमी दिखाई नहीं देता है।
डॉक्टर- ऐसा कब होता है?
मरीज-जी, जब मैं फोन पर बात करता हूँ

पहला आदमी- तुमने मेरी जेब में हाथ क्यों डाला?
दूसरा- मैं पैन ले रहा था।
पहला- यह तो तुम मांग कर भी ले सकते थे।
दूसरा- मैं अजनबियों से बात नहीं करता।

सोहन के हाथ से आइस्क्रीम गिर गई। वह उसे उठाने लगा। तो उसके पापा ने कहा-बेटा, नीचे गिरी हुई उठाते नहीं हैं।
थोड़ी देर बाद सोहन अपने पापा से कहता है कि पापा, कई देर पहले वहां पान की दुकान के पास आपका पर्स गिर गया था।
पापा- बेवकूफ.....तूने बताया क्यों नहीं।
सोहन- लेकिन आपने ही तो कहा था कि नीचे गिरी हुई चीज उठाते नहीं हैं।

गुरुजी-बताओ...दिन में तारे क्यों नहीं दिखाई देते?
शिष्य- कमाल है तो आपको दिन में तारे दिखते नहीं हैं.....मेरी मम्मी ने मुझे तो दिन में कई बार तारे दिखाए हैं।

बेटा- पड़ोसियों का कुत्ता सिर्फ भौंकता है....काटता क्यों नहीं है?
पापा-अपने मालिक की नकल करता है।

एक लड़का नाई से-आपने कभी कुत्ते की कटिंग की है...?
नाई- आज पहली बार कर रहा हूँ

3 comments:

  1. बहुत अच्छी प्रस्तुति| धन्यवाद|

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  2. सुंदर ....स्वस्थ हंसी
    mere blog par bhi padharee bhai //
    maarg darshan de
    http://babanpandey.blogspot.com

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