Friday, June 11, 2010

आओ, थोड़ा हँस तो लें ....1


पति पत्नी में किसी बात पर झगड़ा हो रहा था। जब झगड़ा बहुत ही बढ़ गया तो पति ने अपने क्रोध को काबू में रखते हुए कहा-अब तुम एक शब्द भी न कहना वरना मेरे अंदर जो पशु बैठा है वह जाग जाएगा।
उस पर पत्नी ने कहा-तुम्हारे अंदर जो पशु बैठा है उसे जाग जाने दो। भला मैं भी चूहे से डरने वाली नहीं।

किसी आदमी ने अपने एक मित्र को दावत दी। सारा खाना वही खा गया। घर वाले भूखे रह गए। पांच साल का बिल्लू तो भूख के मारे रो पड़ा। उसकी माँ ने कहा-बेटा, मेहमान को जाने दो, तुम अकेले क्यों रो रहे हो, फिर सारे मिलकर रोएंगे।

एक व्यक्ति ने अपने दूध वाले से झल्लाकर कहा-तुममें और गाय में केवल यह अंतर है कि वह शुद्ध देती है और तुम पानी मिलाकर देते हो।
दूध वाले ने उत्तर दिया-नहीं जनाब, एक अंतर और भी है कि मैं उधार देता हंू और गाय उधार नहीं देती।


बहुत देर तक दुकान के चक्कर लगाने के बाद भी जब ग्राहक ने कुछ नहीं लिया तो दुकानदार ने पूछा-आखिर आप को चाहिए क्या?
मौका। ग्राहक ने कहा।

एक बुजुर्ग एक सभा में फैशन के विरुद्ध बोलते हुए कह रहे थे-और यह लिपिस्टिक तो मुझे बिल्कुल अच्छी नहीं लगती। न मुझे उसका रंग पसंद है और न स्वाद।

अगर आप टेंशन के कारण हंस नहीं पाते तो एक नुस्खा अपनाइए। एक कागज पर हा-हा-ही-ही-हू-हू-हे-हे लिखिए और सुबह शाम खाली पेट पढि़ए, फिर भी हँसी न आए तो पढऩे की रफ्तार बढ़ा दीजिए। फिर देखिए।

1 comment:

  1. हंसते हो हंसाते हो / तरीका भी बताते हो/ जीना कैसा होता है / सभी को तुम सिखाते हो /.....खुदा की कसम... मज़ा आ गया...

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